UNIT - 2
📌 डेटा सुरक्षा क्या है? (What is Data Security?)
👉 डेटा सुरक्षा का मतलब है आपके कंप्यूटर या मोबाइल में मौजूद जरूरी जानकारी को सुरक्षित रखना ताकि कोई अनजान व्यक्ति उसे चुरा न सके, बदल न सके या उसे गलत तरीके से इस्तेमाल न कर सके।
🚨 आजकल, मोबाइल, कंप्यूटर और इंटरनेट पर हमारी बहुत सी निजी जानकारी होती है, जैसे -
✔️ बैंक अकाउंट की डिटेल्स
✔️ पासवर्ड और OTPs
✔️ फोटो और वीडियो
✔️ WhatsApp चैट और ईमेल
👉 अगर यह डेटा गलत हाथों में चला जाए, तो आपका पैसा चोरी हो सकता है या आपकी निजी जानकारी लीक हो सकती है।
🛑 इसीलिए, "डेटा सुरक्षा" बहुत जरूरी है!
📌 डेटा को सुरक्षित रखने के तरीके (Methods of Data Protection)
💡 कई तरीके हैं जिससे हम अपने कंप्यूटर और मोबाइल डेटा को सुरक्षित रख सकते हैं।
1️⃣ पासवर्ड और OTP (Password & OTP) – [सबसे जरूरी तरीका]
✅ हमेशा मजबूत पासवर्ड बनाएं। (जैसे - "R@hul#123" की जगह "Rahul123" न रखें)
✅ हर वेबसाइट के लिए अलग पासवर्ड रखें।
✅ अपने बैंक अकाउंट और ईमेल पर 2-स्टेप वेरिफिकेशन (OTP) चालू करें।
✅ किसी से भी पासवर्ड शेयर न करें।
2️⃣ एंटी-वायरस सॉफ़्टवेयर (Anti-Virus Software) – [कंप्यूटर को वायरस से बचाने के लिए]
✅ अपने कंप्यूटर और मोबाइल में अच्छा एंटी-वायरस इंस्टॉल करें।
✅ अनजान लिंक, ईमेल या वेबसाइट पर क्लिक न करें।
✅ हर हफ्ते अपने सिस्टम को स्कैन करें।
3️⃣ डेटा को एन्क्रिप्ट करना (Data Encryption) – [डेटा को लॉक करना]
✅ एन्क्रिप्शन का मतलब है डेटा को "कोड" में बदल देना ताकि कोई दूसरा उसे न समझ सके।
✅ जब भी ऑनलाइन कोई जरूरी जानकारी भेजें (जैसे - बैंक डिटेल्स), तो हमेशा सुरक्षित वेबसाइट का इस्तेमाल करें। (🔒 "https://" वाली वेबसाइट)
4️⃣ बैकअप लेना (Data Backup) – [महत्वपूर्ण डेटा की कॉपी रखना]
✅ हमेशा अपने जरूरी डेटा की कॉपी (Backup) रखें।
✅ कंप्यूटर और मोबाइल का डेटा क्लाउड स्टोरेज (Google Drive, iCloud) में सेव करें।
✅ अगर वायरस या हैकर डेटा डिलीट कर दें, तो बैकअप से वापस ला सकते हैं।
5️⃣ फ़ायरवॉल (Firewall) – [कंप्यूटर को सुरक्षित रखने की दीवार]
✅ फ़ायरवॉल एक सिक्योरिटी सिस्टम है, जो अनजान वेबसाइट और वायरस को आपके कंप्यूटर में घुसने से रोकता है।
✅ हमेशा अपने कंप्यूटर का फ़ायरवॉल ऑन रखें।
6️⃣ सुरक्षित इंटरनेट का उपयोग (Safe Internet Use) – [हैकिंग से बचने के लिए]
✅ फ्री Wi-Fi (जैसे रेलवे स्टेशन, मॉल) का इस्तेमाल न करें, क्योंकि इससे हैकर आपके मोबाइल में घुस सकते हैं।
✅ सिर्फ भरोसेमंद वेबसाइटों से ही कोई ऐप या सॉफ्टवेयर डाउनलोड करें।
📌 डेटा सुरक्षा से जुड़े महत्वपूर्ण कानून (IT Act, 2000 के तहत)
📜 धारा 43A (Section 43A) – डेटा की चोरी पर जुर्माना
👉 अगर कोई कंपनी या व्यक्ति आपके डेटा को सुरक्षित नहीं रखता और आपका डेटा चोरी हो जाता है, तो उस पर जुर्माना लगाया जा सकता है।
📜 धारा 72 (Section 72) – व्यक्तिगत जानकारी लीक करने पर सजा
👉 अगर कोई व्यक्ति बिना इजाजत आपकी निजी जानकारी लीक करता है, तो उसे 2 साल की जेल और ₹1 लाख तक का जुर्माना हो सकता है।
📜 धारा 66C (Section 66C) – पासवर्ड और डिजिटल सिग्नेचर चुराने पर सजा
👉 अगर कोई आपके पासवर्ड या डिजिटल सिग्नेचर का गलत इस्तेमाल करता है, तो उसे 3 साल की जेल और जुर्माना हो सकता है।
📌 डेटा सुरक्षा से जुड़े 2 महत्वपूर्ण केस (Case Laws)
📌 1. गोविंद अग्रवाल बनाम महाराष्ट्र सरकार (Govind Agarwal v. State of Maharashtra, 2016)
✅ मामला:
- गोविंद अग्रवाल के बैंक खाते से ऑनलाइन ₹5 लाख रुपये चोरी हो गए।
- जांच में पता चला कि किसी ने उनका पासवर्ड हैक कर लिया था।
✅ फैसला:
- बैंक को आदेश दिया गया कि वह ग्राहक को पूरी रकम वापस करे।
- बैंक को अपने सिक्योरिटी सिस्टम को मजबूत करने के लिए कहा गया।
📌 2. सनदीप कुमार बनाम भारत सरकार (Sandeep Kumar v. Union of India, 2018)
✅ मामला:
- एक कंपनी ने अपने ग्राहकों की निजी जानकारी (फोन नंबर, ईमेल) लीक कर दी।
- लोगों की जानकारी ऑनलाइन बेची जा रही थी।
✅ फैसला:
- कंपनी पर ₹10 लाख का जुर्माना लगाया गया।
- IT Act की धारा 43A के तहत कंपनी को अपने ग्राहकों को मुआवजा देना पड़ा।
📌 निष्कर्ष (Conclusion)
✅ डेटा सुरक्षा बहुत जरूरी है, क्योंकि आजकल ज्यादातर चीजें ऑनलाइन हो गई हैं।
✅ हमें अपने पासवर्ड, बैंक डिटेल्स और मोबाइल डेटा को सुरक्षित रखना चाहिए।
✅ कंप्यूटर में एंटी-वायरस, फ़ायरवॉल और बैकअप का इस्तेमाल जरूर करना चाहिए।
✅ IT Act, 2000 में कई कानूनी प्रावधान हैं जो डेटा सुरक्षा में मदद करते हैं।
✅ अगर कोई आपका डेटा चोरी करे या गलत इस्तेमाल करे, तो तुरंत साइबर पुलिस में शिकायत करें।
🚨 "सावधान रहें, सुरक्षित रहें और अपने डेटा को बचाकर रखें!" 🚨
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